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बुधवार, 6 अप्रैल 2016

Google अब बच्चों को सिखाएगा कि जानवर कैसी आवाजें निकालते हैं

Internet सेवा प्रदाता कंपनी Google ने एक नया फीचर लॉन्च किया है। जिसके चलते पैरेंट्स अब अपने बच्चों को आवाज के जरिए सिखा पाएंगे कि जानवर कैसी-कैसी आवाजें निकालते हैं।

animal noises करना होगा search

                  Google आमतौर पर एडल्ट के लिए कोई न कोई नया फीचर्स रिलीज करता रहता है। लेकिन इस बार कंपनी ने छोटे बच्चों को ध्यान में रखते हुए उन्हें पढ़ाई का नया तरीका उपलब्ध करवाया है।

रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने animal noises का एक फीचर एड किया है। जिस पर सर्च करते ही हर तरह के जानवर की आवाजें बच्चों को सुनाई जा सकती हैं।

यानी कि पैरेंट्स के साथ-साथ अब बच्चे भी स्मार्ट बनने वाले हैं।

19 जानवरों को किया एडइस नए फीचर के जरिए यूजर्स को सिर्फ आसान भाषा में सर्च करना होगा। जैसे कि 'What does the dog say' इसके बाद आप उसकी आवाज सुन सकते हैं। कंपनी ने इलस्ट्रेशन के जरिए इसमें 19 जानवरों को एड किया है। जिसमें zebra, ape, cat, lion, moose, owl, pig, cow, duck, elephant, horse, raccoon, bowhead whale, humpback whale, wolf, rooster,sheep, tiger and a turkey शामिल हैं।

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Intex..........

शनिवार, 2 अप्रैल 2016

ये Google के कुछ apps जो हैं काम के, लेकिन यूजर्स नहीं जानते

किसी भी Android phone में कई प्रकार के Google apps होते हैं। ये Google apps free install होते हैं इनकी जरूरत सभी यूजर्स को होती है।

वैसे ज्यादातर apps तो इस्तेमाल में आते हैं लेकिन कुछ Google apps ऐसे भी हैं जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। लेकिन ये app हैं काफी काम के....

1. Arts & Culture :-
                         Arts & Culture जो Google का नया Android apps है। इसका यूजर इंटरफेस और डिजाइन काफी खास है। इस app के जरिए आप दुनिया के तकरीबन 1000 म्यूजियम और फेमस लैंडमार्क के आर्ट वर्क को खोज सकते हैं। इस app में अलग से सर्च बार दिया गया है जो आर्ट वर्क के साथ-साथ आर्टिस्ट की भी जानकारी दे सकता है। ओवरऑल देखा जाए तो Google का यह app काफी मददगार है।

2. Device Assist :-
                          यह Google app 2 वर्ष पहले (2014) रिलीज किया गया था। इस app की मदद से यूजर अपने खोए हुए Android डिवाइस को आसानी से खोज सकते हैं। हालांकि यह app सिर्फ Android One, Nexus डिवाइस और Google play एडीशन डिवाइस पर ही उपलब्ध है। यह Google app आपकी Android डिवाइस की परफॉर्मेंस को इंप्रूव करने के टिप्स दे सकता है। ओवरआल देखा जाए तो यह app काफी यूजर फ्रेंडली है।

3. Gesture Search :-
                           Google का यह app काफी पहले रिलीज कर दिया गया था। लेकिन अक्सर लोग इसे यूज नहीं करते हैं। दरअसल यह internal search advice करता है। यानी कि contact, setting, apps , music और यहां तक की bookmark को भी उनके पहले लेटर से सर्च करता है। यह app उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जो type या voice search न करते हों।

4. Snapseed :-
                    snapseed app को Google ने 4 वर्ष पहले (2012 में) लाया था। उस समय तक यह app सिर्फ iPhone पर हुआ करता था। Android में आने के बाद शुरुआत में तो यह काफी पॉपुलर हुआ था लेकिन Google के मानकों पर खरा नहीं उतर सका। दरअसल यह Photo Editing app है जो काफी इंट्रेस्टिंग है।

5. Google Spotlight Stories :-
                              Google की Spotlight Stories एक तरह से एनीमेटेड स्टोरीज का कलेक्शन है। यानी कि बच्चों के लिए यह काफी उपयोगी app है। इस App में आपको 360 डिग्री video दिखेगा जिसे आप किसी भी Android डिवाइस पर एक्सेस कर सकते हैं। हालांकि इसके अंतर्गत अभी तक सिर्फ चार स्टोरीज को शामिल किया गया है और यूजर्स को प्रत्येक स्टोरी अलग से डाउनलोड करनी पड़ेगी। यह free में उपलब्ध हैं।

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गुरुवार, 31 मार्च 2016

Google के camera app से तस्वीर खींचते ही मिल जाएगी उससे जुड़ी सभी जानकारी

Internet की दिग्गज कंपनी Google अपने Android डिवाइसों के ऑफिशियल camera app में नई सुविधा देने जा रही है।

कंपनी अपने camera app को Google गॉगल से जोड़ देगी। यानी कि कोई तस्वीर खींचते ही उससे जुड़ी सभी जानकारी आपको तुरंत मिल जाएगी।

अगमेंटेट रियल्टी की तरह करेगी काम

रिपोर्ट के मुताबिक, Google ने camera app के एक नई सुविधा जोड़ दी है। हालांकि यह फंक्शन कोई नया नहीं है, क्योंकि सर्च इंजन Google पहले से ही Google Goggles का प्रयोग करती आ रही है। Google Goggles एक अगमेंटेट रियल्टी एप है जो यूजर्स को तस्वीर खींचकर उसके बारे में सर्च करने की सुविधा देती है।

Google Goggles फिलहाल अंग्रेजी, फ्रेंच, इटालियन, जर्मन, स्पैनिश, पोर्टगुइज, रूसी और तुर्की भाषाओं को पढ़ सकता है साथ ही उसे अन्य लैंग्वेजेस में ट्रांसलेट भी कर सकता है। वहीं इसका इस्तेमाल बारकोड स्कैनर के रूप में भी किया जा सकता है।

2009 में आया था Goggles

Google ने साल 2009 में Goggles की शुरुआत की थी। लेकिन कुछ सालों बाद इसे update करना छोड़ दिया, जिससे कि इसका इस्तेमाल लगभग न के बराबर ही होता था। फिलहाल कंपनी अब इसे दोबारा एक बड़े पैमाने पर ला रही है। इसे camera app के साथ जोड़ा है, ताकि सभी एंड्रायल यूजर्स के फोन में यह सुविधा मुहैया कराई जा सके।

हालांकि Google Goggles से तस्वीर खींचकर सर्च करने पर कई चीजें एक साथ आ जाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें एक नया फीचर जोड़ा गया है, जिससे मनचाही चीज के चारो तरफ घेरा बनाकर उससे संबंधित जानकारी सर्च की जा सकती है।

Google camera apps को यहाँ से download करे।

Google Goggles apps को यहाँ से download करे ।

Google के बारे मोर पढ़े यहाँ से।

INtex.....

Google ने अमेरिका में Google Fiber नाम से शुरू की लैंडलाइन टेलीफोन सर्विस

Google Internet आज पूरी दुनिया में छाया पड़ा है। ऐसे में अब Google कंपनी टेलीफोनिक सेवाओं के क्षेत्र में भी उतर चुकी है। कंपनी ने हाल ही में अमेरिका में अपनी घरेलू टेलीफोन सेवाएं लॉन्च की है। कंपनी ने इस सर्विस का नाम Google Fiber रखा है। कंपनी की यह सर्विस अनलिमिटेड डोमेस्टिक कॉलिंग नाम से भी जानी जा रही है।

Mobile पर सूचना मिलेगी

                           Google ने कल मंगलवार को टेलीफोन की दुनिया में भी कदम रख दिया है। कंपनी ने अमेरिका के कुछ शहरों से इसकी शुरूआत की है। वहां ऑस्टिन, कन्सास सिटी, और प्रोवो में यह सर्विस शुरू हो चुकी है। जिसमें उसने Fiber फोन नाम से यह सेवा शुरू की है। ऐसे में कंपनी के Google Fiber  ऑपरेशन के तहत यह तकनीक फोन पर काफी अच्छे से काम करेंगे।

यह क्लाउड सेवा ऐसी है कि जब यूजर्स घर पर मौजूद होगा तो उसके लैंड लाइन पर रिंग करेगा और जब बाहर होगा तो उसके मोबाइल पर सूचना देगा। इसके अलावा यह सर्विस Tablet, Computer पर काम करेगी।

यह सर्विस call waiting, call identification , unlimited call की सुविधा देती है। इसके साथ ही यह  नेशनवाइड कॉलिंग और 10 डॉलर प्रति माह के शुल्क पर 911 सेवाएं ग्राहकों को देगी। जो कि एक आम बजट में गिनी जाएगी।

Tax Message And Email सर्विस

                               इसमें लैंडलाइन जैसी मूलभूत सुविधाएं भी शामिल होंगी। इसके आलवा इसमें यूजर्स voice mail, tax message and email जैसी सर्विस का लाभ भी उठा सकेंगे।

वहीं सूत्रों की माने तो अब Google अपनी इस सर्विस को हंट्सविले साल्ट लेक सिटी,नैशविले, शेर्लोट, अटलांटा और रैलीग-दुरहाम समेत कई जगहों पर  शुरू करने की तैयारी में हैं। इसकी रूपरेखा लगभग तैयार हो चुकी है।  वह इस सर्विस को एक विस्तृत रूप देना चाहती है।

वहीं इस सर्विस के संबंध में कंपनी का कहना है कि उसकी ये लैंडलाइन सेवा Google fiber ultra fast internet के उपयोग से संबंधित है। यह आज के दौर में यूजर्स को काफी पसंद आएगी। यह हर एज के यूजर्स के लिए बेनिफिशयल साबित होगी।

पढ़े Google न्यूज़ और पराप्त करे और जानकारिया

रविवार, 8 नवंबर 2015

Google पर आपने क्या क्या Search किया है जानिए यहाँ से

जब से आपने Google  का प्रयोग करना प्रारंभ किया है, आपने अनेक प्रकार के शब्द और वाक्य लिख कर  Google Search का प्रयोग किया होगा|

क्या आप देखना चाहेंगे, की आज तक आपने Google पर क्या क्या search किया, यानि अपना पूरा खोज इतिहास।

इसके लिए आपको Google के नीचे दिए गए  URL पर जाना होगा|

यह खोज इतिहास सिर्फ आपको ही दिखाई देगा यानि वह Google account जिस से login किया गया है|

इस URL पर जाएँ:

https://history.google.com/history/

बुधवार, 4 नवंबर 2015

अब Google बताएगा आपका कौनसा दोस्त आपसे मिलना चाहता है

Google ने एक ऎसा app लॉन्च किया है जो आपको यह बता सकता है कि आपके कौन-से दोस्त free हैं और मिलना चाहते हैं।

इस App का नाम

इस app को how is down नाम से जारी किया गया है। यह app free है जिसे आप Download कर सकते हैं।

लेकिन फिलहाल इस app सिर्फ invitation के जरिये ही download किया जा सकता है। एक बार आपने कन्फर्म किया कि आप activity के लिए डाउन हैं, तो आपके आसपास के बाकी दोस्त आपका स्टेटस देख सकेंगे और उन्हें आपके साथ आने का विकल्प मिल जाएगा।

अपने आपको उपलब्ध बताने के लिए आपको एक Switch slide करना होगा, जिसके बाद आप 3 घंटों के लिए available रहेंगे।

Google के इस app के जरिए popular activities की list में से कुछ करने के लिए चुन सकते हैं या अपनी Activity भी create कर सकते हैं।

अगर आपको कुछ दोस्त मिल जाएं, तो group chating पर मिलने-जुलने की बाकी डीटेल फाइनल करने का विकल्प भी है।

इस app को सबसे पहले 9 To 5 Google ने देखा था और यह IOS and Android के लिए उपलब्ध है।

द वर्ज के मुताबिक, इसे खास युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया है।यह app के फाइंड माई फ्रेंड्स टूल और फोरस्क्वायर के स्वार्म एप से मिलता-जुलता है। मुख्य अंतर सिर्फ इतना है कि आप किस चीज के लिए उपलब्ध हैं, यह भी इसमें बता सकते हैं।

इसी साल app के पेटेंट से भी खुलासा हुआ था कि वह इस टूल को और विस्तार देने की तैयारी में है। Apple और कस्टमाइजेबल नोटिफिकेशन्स देना चाहता है जिससे दोस्तों को आपके कहीं से निकलने या पहुचने का notifications मिल सके और वे ज्यादा ऎक्युरसी के साथ आपका रूट ट्रैक कर सकें।
Google ने फिलहाल इसके बारे में औरजानकारी नहीं दी है।

मंगलवार, 3 नवंबर 2015

Google और सरकार मिलकर देंगे गुब्बारे से internet

Google और सरकार बड़े गुब्बारों के जरिये internet पहुंचाने की दिशा में एक पायलट प्रोजेक्ट पर मिलकर काम कर रहे हैं।

Google अपनी 'प्रोजेक्ट लून' के तहत धरती से 20 किमी की ऊंचाई पर बड़े आकार के गुब्बारों के उपयोग से internet सेवा मुहैया करा रही है।

वह इस तकनीक का पहले ही न्यूजीलैंड, कैलिफोर्निया (अमेरिका) और ब्राजील में परीक्षण कर चुकी है।

एक सूत्र ने बताया, की Google ने लून प्रोजेक्ट और ड्रोन आधारित internet transmission के लिए सरकार से संपर्क किया था।

फिलहाल सरकार ने सिर्फ लून प्रोजेक्ट के परीक्षण की मंजूरी दी है। इसके लिए एक समिति गठित की गई है।'Google इस तकनीक के परीक्षण के लिए बीएसएनएल को प्रारंभिक साझीदार बना सकती है।

हालांकि इस मसले पर संपर्क किए जाने पर Google के प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।

इस तकनीक में मोबाइल टॉवरों की जगह लेने की अपार संभावनाएं हैं क्योंकि इससे 4G मोबाइल फोन पर सीधे सिग्नल पहुंचाए जा सकते हैं। 4G सेवाओं के लिए इसी तकनीक का उपयोग किया जाता है।

Google के अनुसार, प्रत्येक गुब्बारे से धरती पर करीब 40 किमी के दायरे में इंटरनेट की सुविधा पहुंचाई जा सकती है।

Nai duniya से ...........

शनिवार, 31 अक्तूबर 2015

Android and chrome ऑपरेटिंग सिस्टम होगा मर्ज

गूगल अपने दो ऑपरेटिंग सिस्टम्स एंड्रॉयड तथा गूगल को मर्ज करके एकही बनाने की तैयारी कर रहा है।

कंपनी की योजना है कि क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टमको पर्सनल कम्प्यूटर्स के लिए उपयोग किया जाए तथा एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को स्मार्टफोन के लिए इस्तेमाल किया जाए।

यह बदलाव 2016 में अमल में लाया जाएगा तथा 2017 में इसका फाइनल वर्जन लॉन्च होगा। हालांकि गूगल क्रोम नाम का उपयोग ब्राउजर केलिए भी करता रहेगा।

उल्लेखनीय है कि दुनिया के 80 फीसदी स्मार्टफोन्स में एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग हो रहा है।

हाल ही में नेक्सस डिवाइस के लॉन्च कार्यक्रम में गूगल ने बताया था कि दुनिया में एक्टिव एंड्रॉयड यूजर्स की संख्या 1.4 बिलियन है।एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को सबसे पहले 2007 में बनाया गया था।

इसके दो साल बाद एंड्रॉयड इनकॉरपोरेशन का अधिग्रहण गूगल ने कर लिया था। 2009 में गूगल ने क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम डवलप किया था।

नई दुनिया..............

गुरुवार, 29 अक्तूबर 2015

Google, WhatsApp and Facebook कर रहा आपकी जासूसी

साइबर सिक्योरिटी फर्म Avast ने कहा कि गूगल, WhatsApp और फेसबुक अपने यूजर्स की जासूसी कर रहे हैं जिससे उनकी रूचि कापता लगा विज्ञापनों को दे सकें।

Avast के CEO Vincent Steckler ने कहा, ‘गूगल एक एडवर्टाइजिंग कंपनी है। AdWords से ही गूगल की कमाई होती है।

यूजर्स की जासूसी से यह पता चल सकता है कि वे किस चीज में रुचि रखते हैं और इसे विज्ञापनों के लिए देना ही उनका बिजनेस मॉडल है।

इसमें कोई गलत बात नहीं है और जहां तक मुझे लगता हे यूजर्स को इस बात की जानकारी है।

‘साइबर सिक्योरिटी इश्यूज पर Avast निष्कर्षों द्वारा किए गए रिलीज के साथ उन्होंने anti-theft मोबाइल सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर भी रिलीज किया।

उन्होंने आगे बताया कि WhatsApp भी यूजर्स के डाटा प्राइवेसी में सेंध लगा रहा है।

इस बारे में पूछे जाने पर गूगल के प्रवक्ता ने कहा, हमारी नीति है कि हम बिना संबंधित रिपोर्ट देखे टिप्पणी नहीं करते। फेसबुक से भी इस बारे में कोईप्रतिक्रिया नहीं मिली है।

Avast के CEO ने सितंबर माह में एंड्रायड पर चलने वाले टॉप 100 एप्लीकेशन का अनालिसिस शेयर किया। इसके अनुसार इनमें से 99 प्रतिशत एपलीकेशंस का मोबाइल पर पूर्ण रूप से कंट्रोल होता है।

जागरण से..........

रविवार, 11 अक्तूबर 2015

Google पर सही result के लिए ऐसे करें search

अब Google पर search करना कोई कठिन काम नहीं रह गया है। फिर भी कई बार हमे मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल पाता है।

Google पर search करने की कई tricks हैं, जो आपके काम को आसान बना देती हैं, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि आप क्या search कर रहे हैं।

आइए आपको कुछ ऐसे तरीके बताएं, जिनका प्रयोग करके आप Google में search करके एकदम सटीक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

*.वाक्य या कथन खोजने के लिए कोट चिन्ह ('') का इस्तेमाल करना चाहिए।
यह एक tricks सरल है।ज्यादातर web page पर कथन कोट्स में ही लिखे जाते हैं। कोट में लिखकर सर्च करने से Google सिर्फ वही page दिखाएगा जिनमें उस लाइन के शब्द उसी क्रम में लिखे हुए हैं

अगर कोई कोट, किसी उपन्यास का कोई कथन या पैराग्राफ ढूंढ रहे हैं तो यह search करने का सबसे काम का तरीका है * चिन्ह का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

यदि आपको किसी कोट की एक लाइन याद है पर उसके किसी एक शब्द के बारे में आप आश्वस्त नहीं हैं, तो उस शब्द से पहले यह चिन्ह * लगा दें।

Example:
                * is thicker than water.

*.अगर आपको देखना है कि किसी website ने कब-कब किसी खास शब्द का इस्तेमाल किया, तो उसका आसान तरीका है 'site:' keyword का उपयोग।

Example :
              आपको Androd jankariya के   blog से ही search result चाहिए तो आप लिखें, Google site: Androidjankariya.blogspot.com/

*.Google news में यह ऑप्शन भी है कि आप 100 साल तक का आर्काइव समाचार और दुनिया भर के पुराने अखबार देख सकते हैं। सिर्फ google news archieve search लिखिए और मनचाही date टाइप करके खबर खोज सकते हैं।

*.यदि आप समझ नहीं पा रहे कि पिज्जा खाएं या बर्गर? तो टाइप करें pizza vs burger. दोनों को खाने से आपको क्या फायदा होगा और क्या नुकसान, कितनी कैलरी मिलेगी और कितना कार्बोहाइड्रेट, सब पता लग जाएगा।

*.किसी शब्द का मतलब जानने के लिए उससे पहले Define लिखकर सर्च करें।

Example:
          Define: constitution

*. Google पर Tilt लिखें और चमत्कार देखें। आपकी Google screen टेढ़ी हो जाएगी। दोस्तों के सामने इतरा सकते हैं और उन्हें ऐसा करने का चैलेंज दे सकते हैं। यह गूगल इंजीनियर्स की लिखी एक फन यूटिलिटी है।

*.Photo से खोजे photos :
                     यदि आपके पास एक picture है और उसके जैसी दूसरी pictures आप search करना चाहते हैं तो यह Google search पर संभव है। अपनी photo को camera button से upload करें, इसके बाद आप उसी तरह की pictures खोज पाएंगे।

*. Voice search भी संभव है :
                       Google search बार में माइक ऑन करें और कहें, about mahatma gandhi. आपके सामने महात्मा गांधी से संबंधित सारे search result आ जाएंगे।

शनिवार, 10 अक्तूबर 2015

Google का new product, mobile web page की loading हो तेज

Google ने घोषणा कि है कि, ‘Accelerated mobile page’ के नाम से एक program बना रहा है जो यूजर्स को खबरों के search और प्रकाशकों से आलेखों को लेकर आएगा।

लेकिन Facebook के instant articles, Apple ink के Apple news से हटकर प्रकाशक अपने इन आलेखों के लिए Google को किसी तरह का शुल्क नहीं देंगे।

Google पर खबरों के हेड, रिचर्ड गिंगरस ने कहा, ‘यहां डील की कोई जगह नहीं।‘

पैरेंट कंपनी Alphabet Inc वाला Google, फिलहाल program बना रहा है।

एक्जीक्यूटिव्स ने इस बात पर किसी तरह का comment करने से इंकार किया कि यह program पब्लिक के लिए कब उपलब्ध होगा।

Twitter के प्रोडक्ट मैनेजर, माइकल डकर ने कहा, ‘Twitter Inc भी गूगल के इस नये प्रोजेक्ट के पार्टनर्स में शामिल है और अपने app के जरिए इसे लिंक करने की योजना बना रहा है।‘

जागरण से........

Google का नया domain Name

Google की holding company Alphabet ने अपनी पहचान के लिए एक नया Domain खरीदा है।

इस domain का नाम abcdefghijklmnopqrstuvwxyz.com है।

इससे पहले अगस्त में Google ने ABC.xyz domain खरीदा था। अब इन दोनों domain को Alphabet के लिए उपयोग किए जाएंगे।

Alphabet के CEO लैरी पेज ने इस बात की घोषणा की है कि Google के पास internet domain abcdefghijklmnopqrstuvwxyz.com है।

यह अंग्रेजी वर्णमाला के 26 अक्षरों का समूह है, जिसे DomainInvesting.com से खरीदा गया है।

रविवार, 27 सितंबर 2015

Happy Birthday Google, 17वां जन्मदिन मुबारक

Happy Birthday Google

दुनियाभर में लोकप्रिय कंपनी Google 17 साल की हो गई।

स्थापना-

Internet संबंधी वस्तुएं एवं सेवाएं उपलब्ध करवाने वाली तकनीक आधारित अमेरिका की मल्टीनेशनल कंपनी की स्थापना 4 September 1998 को हुई थी।

हाल ही में-

-Google ने हाल ही में Alphabet नामक कंपनी बनाई है, जिसके CEO का नाम सुंदर पिचई है।
-Google ने हाल ही में अपने Logo में तब्दीली की है।
-Crome Browser में किया बड़ा बदलाव

Google किस- किस क्षेत्रों में काम करता है-

Google Online विज्ञापन तकनीक, search  इंजन, क्लाउड कंप्यूटिंग और software के क्षेत्र में काम करती है।

संस्थापक-
लैरी पेज और सर्जी ब्रिन

मुख्यालय--माउंटेन व्यू, कैलीफोर्निया, अमेरिका

Google के बारे में-

Google को पहले बैकरब कहा जाता था।

साल 1999 में Google के संस्थापकों ने इसे सिर्फ 1 मिलियन यूएस डॉलर में बेचने की कोशिश की थी।

Google का पहला डूडल बर्निंग मैन फैस्टिवल पर आधारित था।

जब कोई Google का कर्मचारी मरता है तो उसकी पत्नी को आधी तनख्वाह मिलती है और उसके बच्चे को 19 की उम्र तक 1000 अमेरिकी डॉलर प्रतिमाह मिलते हैं।

Google 20 बिलियन डॉलर हर साल कमाता है।

Google पर हर मिनट 2 मिलियन सर्च होते हैं।

Gmail को पहली बार एक अप्रैल 2004 को लॉन्च किया गया था।

Google एक ऐसा computer बना रहा है जो खुद की programing कर सकता है।

Google विजिटिंग के मामले में Facebook को पछाड़ चुका है।

Google को इसका नाम इत्तेफाक से मिला।

Google बिल्लियों के बजाए कुत्तों को तरजीह देता है।

Google के ऑफिसियल कोड ऑफ कंडक्ट में कहा जाता है कि वो एक डॉग कंपनी हैं।

रविवार, 20 सितंबर 2015

29 सितंबर को आ रहे हैं नेक्सस फोन्स और मार्शमैलो

गूगल ने अपने नए नेक्सस ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लॉन्च के लिए मंगलवार 29 सितंबर को चुना है।

मंगलवार को होने वाले एक इवेंट में गूगल अपने नए नेक्सस स्मार्टफोन्स और क्रोमकास्ट का अपडेटेड वर्जन पेश कर सकता है।

इनविटेशन में लिखा गया है, 'कुछ टेस्टी नए ट्रीट्स और बहुत कुछ पाने के लिए आएं'। इनविटेशन की भाषा से लग रहा है कि गूगल इस इवेंट में अपने ऐंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का नया वर्जन मार्शमैलो भी पेश कर सकता है।हो सकता है कि गूगल के अगले नेक्सस का स्वागत करने की घड़ी नज़दीक ही हो।

हालांकि, अफवाहें हैं कि LG और वावे दोनों गूगल के साथ मिलकर नए फोन्स को मैन्युफैक्चर करने पर काम कर रही हैं, कुछ नए लीक्स सामने आए हैं जिनसे इस नए स्मार्टफोन की एक हल्की-सी झलक मिलती है।

गूगल के नए गैजट्स पिछले कुछ हफ्तों में कई बार लीक हुए हैं। पहले, वावे और LG द्वारा बनाए गए दो नए ऐंड्रॉयड फोन्स पेश किये जाएगे।

ऐंड्रॉयड से संबंधित खबरें छापने वाले न्यूज ब्लॉगड्रॉइड लाइफ ने इस हफ्ते ऐलान किया था कि LG का नेक्सस फोन नेक्सस 5X कहलाएगा और वावे के नेक्सस मॉडल का नामनेक्सस 6P होगा।

माना जा रहा है कि गूगल इस इवेंट में क्रोमकास्ट का अपडेटेड वर्जन भी पेश करेगा। क्रोमकास्ट एक ऐसा डिवाइस है जो सीधे आपके टीवी से जुड़ जाता है और आप नेटफ्लिक्स जैसी सर्विसेज से कॉन्टेंट स्ट्रीम कर पाते हैं। 9 टु 5 गूगल ने सबसे पहले खबर दी थी कि नया क्रोमकास्ट भी आ रहा है।

नवभारत टाइम्स से

सावधान! गूगल नहीं बता रहा है आपका भविष्य

हाल ही में एक नया भविष्य बताने वाला ऐप सामने आया है। 'गूगल फॉर्च्यून टेलिंग' नाम का यह ऐप दावा करता है कि इसपर आप अपने भविष्य से जुड़ा जो सवाल पूछना चाहें पूछ सकते हैं, यह उसका जवाब देगा।

लेकिन जब इसके सर्च बॉक्स में सवाल टाइप करने लगते हैं, तो यह आपको 'Will humans ever stop fighting', 'Is there a place where they will accept me' जैसे सवाल दिखाता है।इनमें से एक सवाल चुनने के बाद जब आप 'प्रिडिक्ट माई फ्यूचर' पर क्लिक करेंगे तो यह जवाब के लिए आपको रीडायरेक्ट करेगा।

लेकिन, सवाल का जवाब न देते हुए, यह आपको एक पेज पर ले जाएगा जिसपर उन 6 करोड़ रेफ्युजियों की कहानी होगी जो बेघर होकर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।अगर आपने गौर किया हो, तो इसका यूआरएल http://betagoogle.com/ बनता है और यह एक 'नकली गूगल साइट' है।

इसपर गूगल के नए लोगो को कॉपी कर यूजर्स को चकमा देने की कोशिश की गई है। और गूगल के होमपेज की हूबहू नकल तैयार की गई है। पहले गूगल क्रोम से यह वेबसाइट खुल रहीथी। लेकिन अब इसे खोलने की कोशिश करने पर गूगल फिशिंग अटैक की चेतावनी दे रहाहै।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीदरलैंड की क्रिएटिव कम्युनिकेशन एजेंसी ब्रेनमीडिया ने इस साइट के पीछे अपनी भूमिका को स्वीकार किया है। यह साइट यूनाइटेड नेशन्स रेफ्युजी एजेंसी UNHCR के डोनेशन पेज से जाकर जुड़ती है।

गौरतलब है कि सीरिया, अफगानिस्तान, यमन, ईराक और लीबिया जैसे युद्ध प्रभावित देशों से बड़ी संख्या में माइग्रेशन जारी है और देश छोड़कर जा रहे लोग अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता के भंवर में फंसे हुए हैं।

हालांकि यह कैम्पेन गूगल के नाम पर गलततरीके से चलाया गया है, लेकिन यह वेबसाइट यूजर्स को अपना वक्त या पैसा चैरिटी में देकर इन रेफ्युजियों की मदद की गुहार लगा रही है। यह लोगों से फेसबुक, ट्विटर के माध्यम से दूसरे लोगों को इसकी जानकारी देने की गुजारिश भी कर रही है।

नवभारत टाइम्स से